उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना 2021 (पात्रता, लाभार्थी सूची, आर्थिक सहायता, रजिस्ट्रेशन फॉर्म) (UP Mukhyamantri Bal Seva Yojana in hindi) (Eligibility Criteria, Online Application Form Download, List, Toll Free Number, Official Website, Free Laptop, 4000rs)
पिछले 17 महीने से पूरी दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी से जूझ रही है। इस महामारी ने कई परिवार उजाड़ दिए। कई बच्चे अनाथ हो गए, कई महिलाएं विधवा हो गई, कई पतियों ने अपनी पत्नी को खो दिया है। किसी के भी जीवन में उसके अपने की कमी को तो कोई पूरा नहीं कर सकता है, लेकिन कुछ मदद कर उनके आगे के जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है।
उत्तरप्रदेश सरकार ऐसे बच्चों जिन्होंने कोरोना काल में अपने माता-पिता दोनों या किसी एक को खो दिया है, उनके लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू कर रही है। योजना के अंतर्गत बच्चों को आर्थिक मदद के साथ अन्य सुविधाएँ भी दी जाएँगी। चलिए विस्तार से जानते है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बाल सेवा योजना के क्या लाभ है, कितने पैसे मिलेंगे, कैसे लाभ उठाया जा सकता है। इस आर्टिकल में आपको योजना की आवेदन प्रक्रिया, लाभार्थी सूची, एप्लीकेशन फॉर्म से जुड़ी सारी जानकारी मिलेगी।
Table of Contents
लांच जानकारी (Launch details)
योजना का नाम | मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना |
कहाँ शुरू हुई | उत्तरप्रदेश |
किसने शुरू की | योगी आदित्यनाथ |
कब लांच हुई | जुलाई 2021 |
आधिकारिक घोषणा | 30 मई 2021 |
लाभार्थी | कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चे |
आर्थिक लाभ | 4000 रूपए प्रतिमाह |
विभाग | महिला एवं बाल विकास |
रजिस्ट्रेशन फॉर्म प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
आधिकारिक साईट | अभी नहीं है |
टोल फ्री नंबर | अभी नहीं है |
उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है –
उत्तरप्रदेश में रहने वाले सभी बच्चे, जिन्होंने कोरोना के कारन अपने माता-पिता या किसी एक को खोया है, उसे मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत राज्य सरकार से 4 हजार रूपए प्रतिमाह और साथ में अन्य लाभ मिलेंगें। योजना की घोषणा मुख्यमंत्री जी ने मई 2021 में ही कर दी थी। अब जुलाई 2021 में इस योजना का क्रियान्वन भी शुरू हो गया है। उत्तरप्रदेश राज्य में कोरोना महामारी से 250 के आस पास ऐसे बच्चे है जिन्होंने अपने माँ-पिता दोनों को खो दिया है, जबकि 3000 के करीब ऐसे बच्चे है जिन्होंने अपनी माँ या पिता को खोया है। सरकार ऐसे सभी बच्चों को इस योजना का लाभ देगी।
उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उद्देश्य –
बाल सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों की देखभाल करना है। सरकार उन सभी बच्चों की आर्थिक रूप एवं आवासीय रूप से मदद करेगी।
उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभ (Benefits) –
आर्थिक सहायता –
बाल सेवा योजना के अंतर्गत सभी लाभार्थी बच्चों को 18 साल कि उम्र तक 4000 रूपए दिए जाएंगें। योजना की शुरुवात करते हुए योगी जी ने करीब 4050 ऐसे बच्चों के अभिभावकों के खाते में तीन महीने के हिसाब से 12000 रूपए की एकमुश्त राशी ट्रान्सफर की है।
पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद –
इस योजना के अंतर्गत ऐसे बच्चों को आर्थिक मदद देने के साथ-साथ सरकार उनकी पढ़ाई से लेकर विवाह तक का भी खर्च उठाएगी।
शादी के लिए आर्थिक सहायता –
लड़कियों की शादी के लिए उत्तरप्रदेश सरकार आर्थिक मदद करेगी। सरकार विवाह के लिए उन लड़कियों को 18 साल कि उम्र के बाद 1 लाख की राशी प्रदान करेगी।
आवासीय सुविधा –
जिन लड़के-लड़कियों के अभिभावक भी नहीं है उन्हें सरकार राजकीय बाल गृह में अलग-अलग आवासीय सुविधा भी प्रदान करेगी।
लैपटॉप/टेबलेट का वितरण –
जो बच्चे अभी कॉलेज या स्कूल में पढ़ रहे है, उनकी आगे की पढ़ाई का खर्च राज्य सरकार उठाएगी, इसके साथ ही उन सभी बच्चों को पढ़ाई में मदद के लिए लैपटॉप या टेबलेट भी वितरित करेगी। जिससे उन सभी बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा न आये।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की पात्रता (Eligibility Criteria) –
- योजना का लाभ स्थाई रूप से उत्तर प्रदेश में रहने वाले बच्चों को ही मिलेगा, दूसरे प्रदेश के बच्चे इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते है।
- योजना की मुख्य शर्त के अनुसार बाल सेवा योजना का लाभ सिर्फ उन्ही बच्चों को मिलेगा जिन बच्चों के माता-पिता की मौत कोरोना बीमारी के कारण हुई है।
- योजना का लाभ सिर्फ उन्हें ही मिलेगा जिनकी उम्र 18 साल या उससे कम है।
- अगर किसी बच्चे के माता या पिता कोई जीवित है तो उसकी आय 2 लाख या उससे कम होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आवेदन के लिए जरुरी दस्तावेज (Required Documents) –
- मूल निवासी प्रमाणपत्र
- बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र
- माता-पिता का मृत्यु प्रमाणपत्र
- माता पिता की कोरोना रिपोर्ट
- बच्चों की माता-पिता के साथ नवीनतम फोटो
- आय प्रमाण पत्र (अगर माता या पिता में से कोई एक जीवित है)
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया (How to apply for UP Mukhyamantri Bal Seva Yojana) –
- योजना की आवेदन प्रक्रिया अभी ऑफलाइन रखी गई है। अगर कोई ग्राम क्षेत्र में रहता है तो वो इस योजना में आवेदन के लिए ग्राम पंचायत या विकासखंड कार्यालय जाकर आवेदन कर सकता है।
- शहरी क्षेत्र में रहने वालों को इस योजना के आवेदन के लिए तहसील कार्यालय या जिला प्रोबेशन अधिकारी के पास जाना होगा।
- यहाँ आपको आवेदन फॉर्म मिलेगा, जिसमें आपको अपनी सभी पर्सनल जानकारी नाम, ईमेल आईडी, पता आदि को भरना होगा।
- फॉर्म में साथ सभी जरुरी दस्तावेज को अटैच कर, फॉर्म को कार्यालय अधिकारी को जमा कर दें।
- फॉर्म जमा करने के 15 के अंदर अधिकारीयों द्वारा आवेदन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
- योजना के अंतर्गत लाभार्थी माता-पिता कि मृत्यु के 2 साल तक आवेदन कर योजना का लाभ उठा सकते है।
निराश्रित हुई महिलाओं के लिए एक नयी योजना –
उत्तरप्रदेश सरकार ने कोरोना काल में निराश्रित हुई महिलाओं के लिए भी एक योजना की शुरुवात करने की घोषणा की है। जिन महिलाओं के पति या अभिभावक की कोरोना की वजह से मृत्यु हो गई है, उनके लिए राज्य सरकार एक अलग योजना लेकर आ रही है। जिसमें उन्हें राज्य सरकार की अन्य योजना का भी लाभ मिलेगा।
FAQ –
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी ने योजना को लांच करते हुए, इसमें बदलाव करते हुए यह घोषणा की है कि अब से दूसरी बीमारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को भी इस योजना के अंतर्गत लाभ दिया जायेगा।
एक लाख
18 साल तक के।
योजना के लिए अभी ऑफलाइन प्रक्रिया है। योजना का फॉर्म आपको सरकारी कार्यालय में ही मिलेगा।
11 से 18 साल के बच्चों को सरकार आवासीय सेवा एवं मुफ्त पढ़ाई की सेवा देगी।
कक्षा नौवीं में पढ़ने वाले या उससे ऊपर के 18 साल तक के बच्चों को सरकार मुफ्त में लैपटॉप मिलेगा।
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